भारत की हवाई रक्षा प्रणाली: पाकिस्तान के सभी प्रयास क्यों असफल रहे और यह कितने वर्षों में बनी?

भारत की हवाई रक्षा प्रणाली दुश्मनों के हमलों से बचाने के लिए आधुनिक रडार, मिसाइल और IACCS जैसे उपकरणों से लैस है। सेना और वायुसेना मिलकर आसमान से खतरे रोकती हैं। भविष्य में इसे और मजबूत बनाया जाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने कई बार एलओसी पार हमला किया, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस ने हर बार उसे रोक दिया। यह ताकत अब दुनियाभर में चर्चा में है।

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अब सवाल उठता है कि, भारत की एयर डिफेंस प्रणाली इतनी मज़बूत कैसे बनी? इसमें कौन-कौन से हथियार और सिस्टम शामिल हैं? सेना और वायुसेना इसमें कैसे साथ काम करते हैं? और इसका भविष्य क्या है? https://nationxnews.com/

सबसे पहले, समझते हैं कि यह अचानक चर्चा में क्यों है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने IACCS सिस्टम दिखाया, जो एयर डिफेंस को संभालता है। अधिकारियों के अनुसार, भारत की वायु सुरक्षा कई लेयर में काम करती है—अगर दुश्मन एक लेयर पार कर भी जाए, तो अगली लेयर उसे रोक लेती है।

इसी सिलसिले में, प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के आदमपुर में एस-400 सिस्टम को तैयार देखा। इससे यह स्पष्ट हुआ कि, पाकिस्तान का यह दावा झूठा था कि उसने भारत के बेस और एस-400 को नष्ट कर दिया था। तभी से, IACCS दुनिया में चर्चा का विषय बन गया।

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