Earthquake: तेज भूकंप में भरभरा नीचे गिरे गगन चुंबी इमारत, छत पर बने स्वीमिंग पूल का पानी सड़कों पर बहता नज़र आया।

म्यांमार में आए एक के बाद एक भूकंप के दो तेज झटकों ने आसपास के कई देशों में दहशत फैलाई। पहला भूकंप सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई। इसके बाद दूसरा झटका दोपहर 12 बजकर दो मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7 मापी गई। भूकंप के झटके भारत, चीन और बांग्लादेश तक महसूस किए गए।

दक्षिण-पूर्व एशिया में शुक्रवार को आए दो तेज भूकंप के झटकों से जमकर तबाही हुई। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कई इमारतें हिल गईं। इस दौरान एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत देखते ही देखते धराशायी हो गई। बैंकॉक में ऊंची-ऊंची छतों वाले पूलों से पानी बहकर सड़कों पर आ गया और कई इमारतों से मलबा गिरने लगा। इसके अलावा शहर के साथ-साथ पड़ोसी म्यांमार में भी लोग दहशत में देखे गए। प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर के भूकंप का केंद्र म्यांमार में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में था।

socil news भूकम के वीडियो वायरल होने लगे|

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भूकंप के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल होने लगे। इसमें निर्माणाधीन इमारत ढहती हुई दिखाई दे रही थी। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

इमारतों में अलार्म बजने लगे

दोपहर 1:30 बजे भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घबराए हुए लोगों को घनी आबादी वाले मध्य बैंकॉक में ऊंची इमारतों और होटलों की सीढ़ियों से नीचे उतारा गया। वे भूकंप के बाद दोपहर की तपती गर्मी और आग उगलते सूरज के बीच सड़कों पर ही रहे।

प्रधानमंत्री ने आपातकालीन बैठक बुलाई

प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है। ग्रेटर बैंकॉक इलाके में 1.7 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। यहां कई ऊंची इमारते हैं।

भूकंप देश के लगभग सभी इलाके में महसूस किया गया

थाईलैंड के आपदा निवारण विभाग ने कहा कि भूकंप देश के लगभग सभी इलाके में महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में था। राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा। धार्मिक इमारतों के कुछ हिस्से जमीन पर गिर गए और कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए। म्यांमार से नुकसान की रिपोर्ट अब तक उपलब्ध नहीं हो सकी है, क्योंकि वहां गृहयुद्ध चल रहा है।

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