दिल्ली विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही जारी है। इससे पहले दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि अगले तीन दिन केवल बजट पर चर्चा के लिए समर्पित किए जाएं।
दिल्ली विधानसभा की पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा, “बजट सत्र का उद्देश्य बजट पेश करना और बजट पर चर्चा करना है, लेकिन कल जब आज के लिए कार्यसूची आई तो बजट पर चर्चा के लिए केवल एक घंटा आवंटित किया गया। मैं भाजपा से पूछना चाहती हूं कि आप क्या छिपा रहे हैं? आप बजट पर चर्चा क्यों नहीं चाहते? इससे साफ पता चलता है कि कुछ गड़बड़ है।
एक लाख करोड़ से दिल्ली होगी समृद्ध
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए एक लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इसमें यमुना की सफाई, महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा विकास सहित 10 क्षेत्रों पर जोर देते हुए राष्ट्रीय राजधानी को आत्मनिर्भर व समृद्ध बनाने का खाका पेश किया गया। मुख्यमंत्री ने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय राजधानी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट है। यह पिछले वित्त वर्ष के बजट से 31.5 प्रतिशत ज्यादा है। बजट में छात्रों को लैपटॉप और अटल कैंटीन से गरीबों को 5 रुपये में खाना देने का भी प्रावधान किया गया है।
वित्त मंत्री का भी कार्यभार संभाल रहीं सीएम ने मंगलवार को 138 मिनट के बजट भाषण में कहा कि भ्रष्टाचार और अक्षमता का दौर अब समाप्त हो गया है। भाजपा नीत सरकार ने दिल्ली में 26 वर्ष के बाद बजट प्रस्तुत किया है। बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार ने अपने 2025-26 के बजट में पूंजीगत व्यय को दोगुना करके 28,000 करोड़ रुपये कर दिया है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट परिव्यय पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की तुलना में 31.5 प्रतिशत अधिक है।