एलआईसी देश की सबसे बड़ी घरेलू संस्थागत निवेशक है। करीब 310 कंपनियों में उसकी एक फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है। दिसंबर 2024 में उसके पोर्टफोलियो की वैल्यू 14.9 लाख करोड़ रुपये थी जो
- शेयर मार्केट में हाल के महीनों में काफी गिरावट आई है
- पिछले दो महीने में LIC को 1.45 लाख करोड़ का झटका
- उसकी 310 कंपनियों में एक फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है
नई दिल्ली: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी और सबसे बड़ा घरेलू संस्थागत निवेशक है। बाजार में हाल में आई गिरावट से उसे काफी झटका लगा है। साल 2025 के केवल दो महीनों में ही LIC के शेयर होल्डिंग्स की वैल्यू में 1.45 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है। दिसंबर 2024 में LIC के 310 शेयरों वाले पोर्टफोलियो की वैल्यू 14.9 लाख करोड़ रुपये थी जो फरवरी के अंत तक घटकर 13.4 लाख करोड़ रुपये रह गई। यह जानकारी ACE इक्विटी के आंकड़ों से मिली है। यह हाल के इतिहास में LIC के लिए सबसे बड़ी मार्केट गिरावट में से एक है।
एलआईसी के पोर्टफोलियो में यह नुकसान बाजार की व्यापक गिरावट को दर्शाता है। स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में कोविड के बाद से सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है। हालांकि लार्जकैप कंपनियों में LIC का बड़ा निवेश है लेकिन वे भी इस गिरावट से नहीं बच पाई हैं। ITC, TCS और SBI जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई है। LIC की दूसरी सबसे बड़ी इक्विटी होल्डिंग ITC के शेयर में 18% की गिरावट आई है। इससे LIC के पोर्टफोलियो को लगभग 17,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।